मधुबनी स्टेशन को सौंदर्यीकरण के लिए रेलवे की ओर से दूसरा स्थान
मधुबनी रेलवे स्टेशन को वर्ष 2015-16 में देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशनों में शुमार किया गया था! अब मधुबनी रेलवे स्टेशन को सौंदर्यीकरण के लिए रेलवे की ओर से इनाम मिल रहा है।
महाराष्ट्र के बल्लारशाह और चंद्रपुर रेलवे स्टेशन को पहला स्थान मिला जिसे 10 लाख रूपये का पुरस्कार दिया गया। दूसरा पुरस्कार पूर्व मध्य रेलवे के मधुबनी स्टेशन और दक्षिण रेलवे के मदुरै स्टेशन को दिया गया जिसे 5 लाख रूपये का पुरस्कार दिया गया। तीसरा पुरस्कार पश्चिमी रेलवे के गांधीधाम, पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा और दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद को दिया गया जिसे 3 लाख रूपये का पुरस्कार दिया गया।
इस इनाम के पीछे समस्तीपुर मंडल ऑफिस के अधिकारियों की सोच और के स्थानीय कलाकारों का कठिन मेहनत है जिन्होंने मिथिला पेंटिंग के जरिए मधुबनी रेलवे का कायाकल्प करने का काम किया । इस कार्य में 184 कलाकार लगे। 10 दिनों तक अथक मेहनत करते हुए पौराणिक से लेकर आधुनिक विषयों की 20 थीम्स पर अपनी कल्पना को रेलवे की दीवारों पर उतारना शुरू किया। मिथिला पेंटिंग मिथिलांचल के मधुबनी, सीतामढ़ी एवं दरभंगा जिलों के आम जन में समान रूप से लोकप्रिय है। इसका उद्देश्य सिर्फ स्टेशन को सुशोभित करना नहीं, बल्कि स्थानीय कलाकारों के कौशल और प्रतिभा को प्रदर्षित कर इस पारंपरिक कला के बारे में जागरूकता को बढ़ाना है।
मिथिला पेंटिंग को पटना जंक्शन के एक नंबर प्लेटफॉर्म के मुख्य निकास गेट पे भी बनाया जा रहा है।
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