क्या सच में अपना बिहार बदनाम हो रहा है?
मत करो बदनाम बिहार को, आज कल सोशल मीडिया पे ये बात खूब चल रही है| क्या सच में बिहार का नाम ख़राब हो रहा है? हर राज्य में कुछ न कुछ घटनाये होती रहती है, पर इसका मतलब ये नहीं की ओ राज्य बदनाम हो जाये, हाँ ये बात जरूर है की आज कल अपने बिहार में आपराधिक घटनाएं कुछ ज्यादा ही बढ़ गए है| जो लोग सोशल मीडिया पे, बिहार को मत बदनाम करो की कम्पैन चला रहे है, इसमें अपने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और गणितज्ञ आंनद कुमार भी शामिल है| अगर ये लोग मत करो क्राइम बिहार में की कम्पैन चलाते तो ज्यादा अच्छा होता| अगर क्राइम मीडिया में आने से बिहार बदनाम हो रहा है तो क्या जो अपराध हो रहे है उसे दबा दिया जाये ये ठीक होगा ? नहीं, हमारी सरकार को अपराध रोकने के उपाए करने चाहिए|
क्राइम करने वाले कुछ लोग है, है हमारे बिहार की पहचान नहीं बन सकते| अभी हाल में ही शिक्षा घोटाले के कारण हमारी थोड़ी बदनामी जरूर हुए है, पर IIT, IAS में अपने बिहार के ही बच्चे सबसे ज्यादा सफलता पाते है| हमारे बिहार की पहचान ये बच्चे है, जो बिहार के बाहर देश विदेश में बिहार का नाम रौशन कर रहे है|
हाँ मेरी शिकायत सुशासन बाबू से जरूर है, ओ शराब मुक्त और संघ मुक्त भारत बनते में लगे है, अगर पहले अपराध मुक्त बिहार बन लेते तो ज्यादा अच्छा होता| कुछ कमी तो हमारे में भी है, जिसके कारण दूसरे हम पे ऊँगली उठा रहे है| चाहे अच्छी शिक्षा की बात हो या नौकरी की बात हो, चाहे पढ़ा लिखा हो या अनपढ़ हमें अच्छी शिक्षा और नौकरी के लिए बिहार से बाहर ही जाना परता है|
प्रधांनमंत्री नरेंद्र मोदी और नितीश कुमार के बीच कैसा रिस्ता है ये किसी से छुपा नहीं है, कोसी राहत कोष में गुजरात सरकार द्वारा दिए गए पैसे को निकिश कुमार ने वापस कर दिया था| २१ जून को जब साड़ी दुनिया ने योग दिवस मनाया, बिहार सरकार ने इसका बहिस्कार किया| बिहार सरकार का कहना है की शराब और योग साथ नहीं चल सकता है| क्या इन सब से बिहार की किरकिरी नहीं हुए|
जो बिहार कभी पूरी दुनिया में शिक्षा के लिए जाना जाता था, आज क्राइम और घोटालो के कारण जो भी नाम करब हुआ है| हम सब को मिल के बिहार के पुराने गौरव को वापस लाने के लिए काम करना होगा| क्राइम होने पे राजनितिक पार्टी एक दूसरे पे आरो प्रत्यारोप करते है| क्राइम को कैसे रोक जाये इसकी चर्चा कभी नहीं होती|
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