बिहार के लाल बिंदेश्वर पाठक को निक्की एशिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया
सुलभ इंटरनेशल के संस्थापक बिहार के लाल पद्म भूषण डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक को सामुदायिक जिंदगी में क्रांतिकारी कार्य करने और स्वच्छता के क्षेत्र में अनूठी पहल करने के लिए एशिया का प्रतिष्ठित पुरस्कार निक्की एशिया से सम्मानित किया गया। डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक इससे पहले भी के अवार्ड मिल चुके है! पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह और इन्फोसिस के चेयरमैन एनआर नारायणमूर्ति भी निक्की एशिया पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं।
डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक का जन्म बिहार के वैशाली जिले में 2 अप्रैल 1943 को हुआ था। डॉक्टर पाठक ने 1970 में सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस आर्गेनाइजेशन की स्थापना की थी! उन्हें अब तक के पुरस्कार मिले है जिसमे भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण और ग्लोबल 500 रोल ऑफ़ ऑनर प्रमुख है।
सुलभ इंटरनेशल के संस्थापक को बुधवार को यह सम्मान निक्की इंडस्ट्रीज के प्रेसिडेंट नाओतोशी ओकादा ने दिया। सम्मान समिति के अध्यक्ष फु जियो मितराई ने कहा कि डॉक्टर पाठक को यह सम्मान उनके देश की दो बड़ी चुनौतियों खराब साफ-सफाई व्यवस्था और भेदभाव की चुनौती का मुकाबला करने के लिए दिया जा रहा है।
वर्ष 1996 में निक्की इंडस्ट्री की ओर से स्थापित यह पुरस्करार एशिया में क्षेत्रीय विकास, विज्ञान, तकनीक और नवाचार के साथ ही संस्कृति और समुदाय की श्रेणी में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है।
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