2012 में गठबंधन में रहते हुए BJP के नेता ने JDU का दामन थामा था
अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार की राजनीति का पारा चढ़ा हुआ दिख रहा है। BJP और JDU का गठबंधन बिहार और केंद्र ने है। अरुणाचल प्रदेश में BJP और JDU का गठबंधन नहीं है।
JDU के नए चीफ RCP सिंह का BJP को जवाब दिया। उन्होंने कहा हम दोस्तों की पीठ में छुरा नहीं मारते ।जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद रामचंद्र प्रसाद सिंह यानी कि आरसीपी सिंह ने इशारों-इशारों में अरुणाचल प्रदेश की घटना को लेकर सहयोगी दल बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि हम कोई साजिश नहीं रचते हैं। हम हमेशा अपने सहयोगियों के प्रति ईमानदार रहते हैं मगर अरुणाचल में जो हुआ वो सही नहीं था।
2012 में भाजपा नेता और पूर्व विधान पाषर्द संजय कुमार झा ने अपनी पार्टी का दामन छोड़कर राजग के दूसरे घटक जदयू का दामन थाम लिया था। एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और जदयू के अन्य नेताओं तथा मंत्रियों की उपस्थिति में झा ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की थी।
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में जदयू नेता और मंत्री श्याम रजक ने कहा था।, ‘झा के जदयू में शामिल होने से भाजपा में सेंध लगाने या गठबंधन में इसके कारण खटास वाली कोई बात नहीं है. बिहार का राजग गठबंधन प्रेम और सौहार्द पर आधारित है. ये चलता रहेगा ’।
वहीं जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा था, ‘इसमें कयास लगाने वाली बात नहीं है. झा ने पहले ही इच्छा व्यक्त की थी कि वह जदयू में शामिल होना चाहते हैं। उनका विधानपाषर्द के रूप में कार्यकाल समाप्त हो गया, जिसके बाद उन्होंने जदयू में सदस्यता ली है.’ जदयू के नेता संजय सिंह ने कहा था, ‘झा का दिल और दिमाग पहले से ही जदयू में था ।’
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